हमारे बारे में
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, खरगोन की स्थापना वर्ष 1918 में की गई थी। बैंक का कार्यक्षेत्र खरगोन जिले में विस्तारित है, जिसकी तीन दिशाओं में राजस्थान राज्य की सीमाएँ लगती हैं।
बैंक का उद्देश्य
बैंक द्वारा खरगोन जिले के कृषकों को मुख्य रूप से अल्पावधि कृषि ऋण, मध्यावधि ऋण एवं दीर्घकालीन ऋण उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे किसानों को कृषि संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके।
सेवाएँ एवं उत्पाद
बैंक द्वारा वित्तीय वर्ष में पशुपालन, मत्स्यपालन एवं ड्रिप सिंचाई के अंतर्गत ऋण वितरण किया गया है। इसके अतिरिक्त बैंक द्वारा आधुनिक बैंकिंग सेवाएँ जैसे रूपे डेबिट कार्ड, RTGS / NEFT, एटीएम, लॉकर सुविधा, E-Mandate, Bharat Aadhaar Seeding Enabler (BASE) एवं Micro ATM जैसी डिजिटल सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं।
उपलब्धियाँ
वित्तीय वर्ष 2024-25 में बैंक का एन.पी.ए. 5 प्रतिशत से कम रहा है एवं सी.आर.ए.आर. अनुपात 14.39 प्रतिशत दर्ज किया गया है।
वित्तीय स्थिति
बैंक पिछले 30 वर्षों से लगातार लाभ में चल रहा है। वर्तमान में बैंक की स्वयं की पूंजी एवं निधियाँ लगभग ₹250 करोड़ तक हैं।
नेटवर्क एवं विस्तार
बैंक का नेटवर्क खरगोन जिले में फैला हुआ है, जिसमें 70 शाखाएँ एवं 250 सहकारी संस्थाएँ सम्मिलित हैं। इन्हीं के माध्यम से अमानत संग्रहण एवं ऋण वितरण की गतिविधियाँ संचालित की जाती हैं।
डिजिटल नवाचार एवं ग्राहक सेवा
बैंक हमेशा अपनी सेवाओं को डिजिटल और ग्राहक-केंद्रित बनाने के प्रयास में अग्रणी रहा है। ग्राहक सुरक्षा, तेज़ लेन-देन और आसान ऑनलाइन बैंकिंग अनुभव सुनिश्चित करने के लिए नवीन तकनीकों का उपयोग किया जाता है। हमारा लक्ष्य है कि सभी ग्राहकों को आधुनिक, सुरक्षित और सुलभ बैंकिंग सुविधा उपलब्ध हो।

श्री बी एल मकवाना
(बैंक प्रशासक एवं संयुक्त आयुक्त सहकारिता)
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित

श्री पी एस धनवाल
(मुख्य कार्यपालन अधिकारी)
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित